ICMR ने ‘Coviself’ नाम की टेस्टिंग किट को मंजूर किया है, जिसे पुणे की एक कंपनी “मायलैब” ने बनाया है।
कई देशों में इस तरह की किट पहले से इस्तेमाल में लाई जा रही है। अमेरिका के ड्रग रेगुलेटर- फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (US-FDA) कम्पनी ने नवंबर 2020 इस किट को मंजूरी दी थी। उस समय अमेरिका में कोरोना के केस सामने आने लगे थे, सरकार चाहती थी इस समय कोरोना योद्धाओं पर बोझ न बढ़े और लोगों को घरों में रहकर ही जाँच की सुविधा मिले।
होम टेस्टिंग किट क्या है?
कोरोना टेस्ट करवाने के लिए आपको रैपिड एंटीजन या फिर RT-PCR, कुछ इस तरह के दूसरे टेस्ट करवाने होते है। कोरोना की किसी भी टेस्ट के लिए लैब जाने की जरुरत होती है जहाँ पर कई लोगो से संपर्क होता है| लेकिन अब इससे बचने का एक नया उपाय है कोरोना की होम किट | यह किट प्रेग्नेंसी टेस्ट किटके जैसी ही है, आपको बस उसमे सैंपल डाल कर टेस्ट करना है | अगर रिजल्ट पॉजिटिव आया हो तब आपको कोरोना के प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा |
कैसे यह किट काम करती है?
यह किट लेटरल फ्लो टेस्ट पर काम करती है। आपको अपनी नाक का म्यूकस जो की आपका सैंपल है उसेको ट्यूब में डालना है। इस ट्यूब में एक लिक्विड भरा होता है। जब हम किट में इस को डालेंगे तो लिक्विड को उसमे लगा पैड सोखता हैं| इस पैड से पदार्थ पट्टी पर जाता है और वह पर पहले से ही कोरोना को पहचान ने वाली एंटीबाडी रहती है | किट पर पॉजिटिव तब आता है ,जब आप कोरोना से संक्रमित है तो उसमे लगी एंटीबाडी एक्टिवट हो जाती हैं | एक डिस्प्ले जो की किट पर होता हैं उस पर आप रिजल्ट देख सकते है| इस किट की रिपोर्ट आपके e-mail या किट बनाने वाली कंपनी की अप्प पर देखि जा सकती है |
कैसे कर सकते है इस किट का इस्तेमाल?
- जो व्यक्ति covid से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में या फिर जिसमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे सिर्फ उन ही लोगो को किट का इस्तेमाल करने की सलाह ICMR ने दी हैं |
- यह किट नजदीकी मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन अवेलेबल होगी | खरीदने के बाद इससे सम्बंधित ऐप आपको मोपबीले में डाउनलोड करना होगी प्ले स्टोर से|
- ऐप में जानकारिया देख कर आप किट को यूज़ कर सकते हैं | टेस्ट के बाद आपको किट का फोटो ऐप के जरिये खीच कर डालना होगा |
- यह ऐप कोरोना टेस्टिंग के सेंट्रल पोर्टल से जुड़ी रहेगी। आपके टेस्ट का जो भी परिणाम होगा , वह सीधा पोर्टल में अपडेट हो जाएगा। इस प्रक्रिया के दौरान आपकी प्राइवेसी का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
- यदि आपका रिजल्ट पॉजिटिव आया है तो आपको कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा, अगर निगेटिव आया है तो RT-PCR टेस्ट करवाना होगा।
कब तक उपलब्ध होगी किट मार्केट में ?
अगले एक हफ्ते में यह किट मार्केट में उपलब्ध हो सकती है (मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक)। एक किट की कीमत 250 रुपए होगी। यदि आपको लगता है कि आपमें कोरोना के लक्षण हैं तो आप खुद किट खरीदकर टेस्ट कर सकते हैं।
इस किट पर हम कितना भरोसा कर सकते हैं ?
70-80% इस किट की एक्यूरेसी है ,लैब से टेस्ट की तुलना में| संक्रमित होने के १-२ दिन तक या गलत तरीके से टेस्ट करने पर भी रिपोर्ट नेगेटिव आ सकती है| विशेषज्ञों का मानना है कि लैब में टेस्ट और किट से टेस्ट को करने का तरीका भले ही एक-सा हो, लेकिन रिजल्ट में एक्यूरेसी का बहुत फर्क है।
भारत के लिए यह टेस्ट किट क्यों जरूरी है?
फिलहाल एक्टिव केसेज के लिहाज से भारत अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। कोरोना की दूसरी लहर ने अस्पतालों में बेड से लेकर ऑक्सीजन तक की किल्लत पैदा कर दी है। सरकार का ध्यान ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर भी है जिससे संक्रमितों की सही संख्या सामने आ सके। इस तरह घर बैठे टेस्ट किट से टेस्टिंग बढ़ेगी। और लैब और हॉस्पिटल्स में भी ज्यादा लोगो का जाना नहीं होगी । और जो मेडिकल एक्सपर्ट कोरोना की टेस्टिंग में लगे हैं, वह लोग कही और बह सेवा दे सकेंगे। ICMR के डायरेक्टर डॉक्टर बलराम भार्गव का कहना है कि 3 और कंपनियां इस तरह की होम टेस्टिंग किट लॉन्च करने की तैयारी में है।